कभी तीन लाख की लागत से शुरू किया था ट्रैवल्स का बिजनेस, आज 22 से 25 करोड़ है सालाना टर्नओवर

अगर आपमें कुछ कर गुजरने का जज्बा है तो कोई मुश्किल, मुश्किल नहीं लगती। सच्ची मेहनतऔर ईमानदारी से किये गए काम को ईश्वर भी सपोर्ट करता है और आपके लिए रास्ते बना देता है। यह बातें अजय ट्रैवल्स के डायरेक्टर व ट्रैवल एजेंट फेडरेशन आफ इंडिया (टाफी, छत्तीसगढ़ चैप्टर) के चेयरमैन रमन जादवानी पर एकदम सटीक बैठती है।
जादवानी ने अपने करियर की शुरुआत इलेक्ट्रानिक कारोबार से की और अब वे ट्रैवल्स के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं। आने वाले समय में वे होटल और रेस्टारेंट कारोबार में भी किस्मत आजमाने वाले हैं।
जादवानी बताते है कि उन्होंने कारोबार की शुरूआत इलेक्ट्रानिक व्यावसाय से साल 1992 में की थी। इसके बाद साल 1997 में उन्होंने ट्रैवल्स कारोबार के क्षेत्र में कदम रखा। उन्होंने इसकी शुरुआत अजय ट्रैवल्स के नाम से की। शुरुआत उन्होंने रायपुर से सिर्फ दिल्ली और मुंबई के लिए हवाई सेवाएं प्रदान की थी।
अजय बताते हैं कि पहले तो सोशल मीडिया था नहीं, ऐसे में वे अपने कस्टमरों को व्यक्तिगत रूप से फ्लाइटों की जानकारी देते थे, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। उन्होंने बताया कि वे सबसे ज्यादा ध्यान उपभोक्ता सर्विस पर देते हैं। यही वजह है कि उनके कस्टमर संस्थान से काफी खुश रहते हैं।
उन्होंने बताया कि साल1997 में जब उन्होंने ट्रैवल्स के क्षेत्र में एंट्री की तो लगभग तीन लाख की लागत लगी थी और वर्तमान में उनकी कंपनी का टर्नओवर सालाना 22 से 25 करोड़ का हो गया है। अब वे ट्रैवल्स के साथ ही लोगों को कैब सेवाएं भी उपलब्ध कराते हैं।