अगर आप भी चीजें रखकर भूल जाते हैं, तो हो जाएं सतर्क, हो सकती है ये गंभीर बीमारी
कई बार ऐसा होता है हम चीजें रखकर भूल जाते हैं। बार-बार याद करने पर भी कुछ नहीं याद आता है। क्या आपके साथ भी ऐसा अक्सर होता है। क्या आप भी चीजें रखकर या छोटी मोटी बातों को अक्सर भूल जाते हैं।
कई बार ऐसा होता है हम चीजें रखकर भूल जाते हैं। बार-बार याद करने पर भी कुछ नहीं याद आता है। क्या आपके साथ भी ऐसा अक्सर होता है। क्या आप भी चीजें रखकर या छोटी मोटी बातों को अक्सर भूल जाते हैं। अगर ऐसा ही तो आपको सतर्क हो जाने जरूरत है। इसे भूलने की बीमारी की शुरूआती स्टेज यानी स्मृति हानि कहा जा सकता है। हालांकि उम्र अधिक होने पर भूलने की बीमारी होना आम बात है लेकिन आजकल के युवा भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं, इसीलिए इसे सीरियसली लिया जाना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि लाइफस्टाइल में बदलाव, डाइट में गड़बड़ी और कुछ मेडिकल कंडीशंस की वजह से लोग इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं। आइये आज जानते हैं इस बीमारी के मुख्य कारण।
नींद की कमी है एक वजह
इसकी सबसे बड़ी वजह हो सकती है आपकी नींद न पूरी होना। जी हां नींद की कमी की वजह से अक्सर लोग भूलने लगते हैं। दरअसल, अच्छी और भरपूर नींद आपके ब्रेन की कोशिकाओं को अच्छे से बाइंड करने में सहायक होती है। अगर कोशिकाएं अच्छे से आपस में जुड़ी रहेंगी तो आपका दिमाग को चीजों को अच्छे से याद रख सकेगा। नींद न पूरी हो पाने कि स्थिति में दिमाग भटकता है आप भूलने की बीमारी का शिकार होने लगते हैं।
स्मोकिंग भी है वजह
अगर आप स्मोकिंग करते हैं तो हो सकता है कि आप जल्द ही इस बीमारी कि चपेट में आ जाएं। दरअसल हद से स्मोकिंग ब्रेन के उस हिस्से को सिकोड़ कर छोटा कर देती है जो यादों को संजो कर रखने का काम करता है। ज्यादा स्मोकिंग डिमेंशिया का भी खतरा बढ़ जाता है।
ज्यादा दवा खाना होता है खतरनाक
अगर आप किसी खास बीमारी से ग्रसित हैं और लगातार दवाओं का सेवन कर रहे हैं तो आप भूलने की समस्या से परेशान हो सकते हैं। दरअसल कई दवाओं में ब्रेन की एक्टिविटी को इफेक्ट करने के तत्व पाए जाते हैं जिससे आपका ब्रेन सही तरीके से काम नहीं कर पाता और धीरे-धीरे आप भूलने की समस्या से ग्रसित होने लगते हैं।
शुगर के मरीज होते हैं ज्यादा शिकार
डाइबिटीज यानी शुगर के मरीजों में ये समस्या ज्यादा देखी जाती है। दरअसल शरीर में ज्यादा ब्लड शुगर होने पर इसका असर ब्रेन की छोटी छोटी ब्लड वैसल्स पर पड़ता है। इस वजह से ब्रेन की कोशिकाएं यादों को संजों कर रख पाने में असमर्थ होती हैं।